'लिहाफ मेरे मोहल्ले में '| छाया: बिनीत पटेल | सौजन्य: QGraphy
हमारे घर के सामने एक छोटी-सी किताबों की दुकान/ लायब्रेरी हुआ करती थी। किताबों की छोटी-सी दुकान म... Read More...
सन्नाटा
दिल के तख़्त पर महफूज़ रखा था
मेरी हर नन्हीं सी ख्वाहिश को
मेरे छोटे से इन हाथों में
दिया तुमने जग यह सारा
हर क़दम चला तेरे साए में
तेरे आँचल में मैं... Read More...