कविता : सुलगते जिस्मों को हवा ना दो October 3, 2018 सुलगते जिस्मों को हवा ना दो खाख़ हो जायेगीं कोशिशें न वो हमें देखते हैं, न हम उन्हें नज़र वो अपनी थामे हैं, हम इन्हें कुछ कहने की चाहत न उन्हें हैं, न... Read More... Hindi 0