कविता: रिश्ते April 1, 2021 जो समाज कि नज़र से न डरते थे कभी, वो "लोग क्या कहेंगे" सोच के झिजकते भी हैं Hindi 1
कविता: एक ऐसी दुनिया March 10, 2021 मुझे हँसी आती है इस बात पर कि कैसे कुछ लोग आज भी दो पुरुषों के प्रेम को पाप समझते हैं Hindi 0
कविता : दो मस्तानो की कहानी January 26, 2021 राजा रानी की नहीं ये कहानी, पर दो मस्तानो की है बात बतानी Hindi 0
कविता – इश्क़ के इम्तेहान January 15, 2021 इम्तेहान हैं ये इश्क़ के हद्द की, के आलम ये दिल का अब आप सा लगता है।। Hindi 1
कविता : दद्दा December 1, 2020 मैं ढूँढता रहता हूँ ख़ुद को, शराब की ख़ाली बोतलों में. लुढ़के हुए गिलासों, जूठी तश्तरियों में Hindi 1
#RhymeAndReason: अस्तित्व July 1, 2020 रंग कितने थे वो भीतर जानने मैं चल पड़ा, तन्हाईयों से गुफ़्तगू करने को मैं फिर चल पड़ा Hindi 0
#RhymeAndReason: क्या मैं भी पापी हो जाऊँगा ? June 29, 2020 क्या घर बनाने पर मैं बाप बनूँगा, या मैं भी पापी हो जाऊँगा? Hindi 0