कहानी की पहली किश्त यहाँ पढ़ें।
उसका घर, घर जैसा था। फिर बातें हुई, बहुत-सी बातें, कुछ जरुरी थी, कुछ ग़ैर-जरुरी, कुछ याद हैं, बहुत-सी नहीं भी। उन बातो का सार यही... Read More...
एक सपना हर रात आता है। अँधेरा-सा कॉरिडोर है। कोने पर लिफ्ट है। गरदन झुकाये मैं चला जा रहा हूँ। आवाज़ आती है। "एक ही प्रेस करना, ज़ीरो नहीं।" कोई चेहरा नहीं। बस ... Read More...
यह एक वास्विक घटनाओ से प्रेरित परन्तु काल्पनिक कहानी है। तस्वीरें केवल प्रस्तुतीकरण हेतु हैं उनमें दर्शाए गए लोगों का कथा से कोई संबंध नहीं है। इस कहानी की पिछ... Read More...
यह एक वास्विक घटनाओ से प्रेरित परन्तु काल्पनिक कहानी है। तस्वीरें केवल प्रस्तुतीकरण हेतु हैं और उनमें दर्शाए गए लोगों का कथा से कोई संबंध नहीं है। इस कहानी की ... Read More...
शाम को ड्यूटी ख़तम होने के बाद मैं पॉल के वार्ड में गया। वो अभी भी सो रहा था। दवाई का असर था। मैं उसके पास बैठा था। तभी उस वार्ड के कम्पाउंडर ने मुझे आकर कहा: "भ... Read More...
कहानी 'पॉल एक गाथा की पिछली कड़ियाँ यहाँ पढ़ें:
भाग १ | भाग २ | भाग ३ | भाग ४ |
प्रस्तुत है भाग ५:
इतना सुनकर इंस्पेक्टर थोडा ठंडा पड़ गया। और डॉक्टर से कहा, ... Read More...
कहानी 'पॉल एक गाथा की पिछली कड़ियाँ यहाँ पढ़ें:
भाग १ | भाग २ | भाग ३ |
प्रस्तुत है भाग ४:
उसने बताया कि पॉल सेकंड इयर का स्टूडेंट था। कॉलेज में ही स्थित होस... Read More...
कहानी 'पॉल एक गाथा की पिछली कड़ियाँ यहाँ पढ़ें:
भाग १ | भाग २ |
प्रस्तुत है भाग ३:
उसने मेरी तरफ देखा और मुस्कराते हुए अपना हाथ मेरी तरफ बढ़ा दिया। मैंने भी उस... Read More...
कहानी 'पॉल एक गाथा' की पहली किश्त यहाँ पढ़ें। प्रस्तुत है भाग २:
डॉक्टर के आने के बाद मैं उनके पीछे-पीछे राउंड पर था। वो हर एक मरीज़ के पास रुककर उससे बात करते थ... Read More...
यह एक वास्विक घटनाओ से प्रेरित परन्तु काल्पनिक कहानी है। तस्वीरें केवल प्रस्तुतीकरण हेतु हैं और उनमें दर्शाए गए लोगों का कथा से कोई संबंध नहीं है। प्रस्तुत है क... Read More...
'अलविदा' - एक कहानी (भाग २/२)
'अलविदा' का पहला भाग यहाँ पढ़ें। प्रस्तुत है कपिल कुमार की २ किश्तों में पेश शृंखलाबद्ध कहानी ‘अलविदा’ का दूसरा और आखरी भाग:
उ... Read More...
अलविदा - एक कहानी। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
प्रस्तुत है कपिल कुमार की कहानी अलविदा का पहला भाग:
१
बोर्ड की परीक्षा थी। प्री-बोर्ड के बाद ही मैंने स्कूल जाना ... Read More...