Poem: Being Queer December 3, 2021 Queers and gays are not sexual deviants, No, we're not missing any ingredients. Creative Writing0 Comments 0
समलैंगिक और समाज August 17, 2021 ये आज़ादी तो बस नाम की जो सलाखो से बचाती है, पर समलैंगिको को तो घरो में कैद हर बार किया जाता है.. Hindi0 Comments 3
कविता: समलैंगिक इश्क़ की मंज़िल जुदाई है June 7, 2021 कभी अपनो से लड़ना कभी दुनिया से झगड़ना, जब तक सांस है तब तक समलैंगिको की लड़ाई है Hindi0 Comments 4
कविता: रिश्ते April 1, 2021 जो समाज कि नज़र से न डरते थे कभी, वो "लोग क्या कहेंगे" सोच के झिजकते भी हैं Hindi0 Comments 1
कविता: कुछ अंधेरी रातों में… March 25, 2021 लोग देख रहे कहकर वो, रात में प्यार जताते है Hindi0 Comments 1
कविता: एक ऐसी दुनिया March 10, 2021 मुझे हँसी आती है इस बात पर कि कैसे कुछ लोग आज भी दो पुरुषों के प्रेम को पाप समझते हैं Hindi0 Comments 0
Poem: I Wish March 2, 2021 I wish we could have used words to fill what was unsaid Creative Writing 2
कविता : दो मस्तानो की कहानी January 26, 2021 राजा रानी की नहीं ये कहानी, पर दो मस्तानो की है बात बतानी Hindi0 Comments 0
कविता – इश्क़ के इम्तेहान January 15, 2021 इम्तेहान हैं ये इश्क़ के हद्द की, के आलम ये दिल का अब आप सा लगता है।। Hindi0 Comments 1