न कुछ बातें हों, न कुछ इशारें - एक कविता। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
कभी-कभी लगता हैं, बस हम एक साथ चलें
न कुछ बातें हों, न कुछ इशारें।
न एक दू... Read More...
"ढूंढो एक तरीका"। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
ढूंढो एक तरीक़ा
इस बियाबाँ में
अपने दिल को बहलाने का
एक तरीक़ा अपनी रूह को जगाने का
एक तरीक़ा अपने अस्तित्व को ... Read More...
'ये नक़ाब उन्हें तुम्हारी ही देन है'। 'क्वीयर आज़ादी मुंबई, २०१४'। तस्वीर: सचिन जैन।
नक़ाब
चेहरों पर तुमने ओढ़े देखे होंगे नक़ाब उनके
पर सच मानो तो हक़ीक़त म... Read More...
ग़ौर फरमाएँ, असलीयत देखें! तस्वीर: जोएल ल ब्र्युषेक।
पर्दाफ़ाश
जाने क्या दफ़न है
खिले हुए चमन में
कसकर बंद कफ़न है
सच्चाई के दमन में
पर्दाफाश करने के लिए
क़फ़... Read More...