कहानी की पिछली कड़ियाँ यहाँ पढ़ें: भाग १ | भाग २ | भाग ३ |
डॉक्टर सीमा की बात सुन श्याम ने हैरत से मनीषा की तरफ देखा। उसे इस बात पर आश्चर्य हुआ। मनीषा ने शर्म से ... Read More...
कहानी की पहली किश्त यहाँ पढ़ें।
उसका घर, घर जैसा था। फिर बातें हुई, बहुत-सी बातें, कुछ जरुरी थी, कुछ ग़ैर-जरुरी, कुछ याद हैं, बहुत-सी नहीं भी। उन बातो का सार यही... Read More...
एक सपना हर रात आता है। अँधेरा-सा कॉरिडोर है। कोने पर लिफ्ट है। गरदन झुकाये मैं चला जा रहा हूँ। आवाज़ आती है। "एक ही प्रेस करना, ज़ीरो नहीं।" कोई चेहरा नहीं। बस ... Read More...
यह एक वास्विक घटनाओ से प्रेरित परन्तु काल्पनिक कहानी है। तस्वीरें केवल प्रस्तुतीकरण हेतु हैं और उनमें दर्शाए गए लोगों का कथा से कोई संबंध नहीं है। इस कहानी की ... Read More...
शाम को ड्यूटी ख़तम होने के बाद मैं पॉल के वार्ड में गया। वो अभी भी सो रहा था। दवाई का असर था। मैं उसके पास बैठा था। तभी उस वार्ड के कम्पाउंडर ने मुझे आकर कहा: "भ... Read More...
कहानी 'पॉल एक गाथा की पिछली कड़ियाँ यहाँ पढ़ें:
भाग १ | भाग २ | भाग ३ |
प्रस्तुत है भाग ४:
उसने बताया कि पॉल सेकंड इयर का स्टूडेंट था। कॉलेज में ही स्थित होस... Read More...
तस्वीर: क्लेसटिन डीकॉस्टा; सौजन्य: QGraphy
आज सेनगुप्ता अंकल गुज़र गए। सेनगुप्ता अंकल मेरे पड़ोसी हैं। १९७२ में जब हमारी बिल्डिंग बनी थी, मेरे माता-पिता और सेनग... Read More...