Gaylaxy Hindi

क्षणभंगुरता

संपादकीय ९ (३० सितम्बर, २०१४)

तस्वीर: बृजेश सुकुमारन। इस अंक का विषय है 'क्षणभंगुरता'। लैंगिकता समानाधिकारों के लिए लड़नेवाले, और गुजरात प्राईड के सह-सर्जक स्वागत शाह कल ही कालवश हुए। उन्ह... Read More...
धवल (बाएँ) और स्वागत (मध्य), गुजरात में एक एल.जी.बी.टी. गौरव यात्रा में।

कैसे कहें ‘स्वागत’ को ‘अलविदा’?

स्वागत शाह। ग्राफिक्स: नक्षत्र बागवे। दोपहर के चार बजे हैं। मेरा फेसबुक मेसेंजर कहता है, स्वागत शाह १२ घंटों पहले ऐक्टिव थें। यानि आज सुबह तकरीबन ४ बजे। विशवा... Read More...
सुशांत दिवगीकर, मिस्टर गे इंडिया २०१४। तस्वीर: सचिन जैन।

“इस रात की सुबह है!”: सुशांत दिवगीकर

सुशांत दिवगीकर, मिस्टर गे इंडिया २०१४। तस्वीर: सचिन जैन। हम एक नयी लेखमाला शुरू कर रहे हैं। इसमें वयस्क एल.जी.बी.टी. व्यक्ति प्रत्यक्षतया, दिल खोलकर एल.जी.बी.... Read More...
'बारिश'।तस्वीर: बृजेश सुकुमारन

‘बारिश’ – एक कविता

'बारिश'; तस्वीर: बृजेश सुकुमारन। बारिश... कुछ कहानियाँ हैं छुपी, कुछ बातें बुनी थी कब यादोंको टकराके ये गिर गयी, पता नहीं पर कुछ कह गयी, कुछ सुना गयी छ... Read More...
बिग बॉस में सुशांत; तस्वीर: कलर्स

“प्रतिनिधित्त्व या अभिव्यक्ति?”

बिग बॉस में सुशांत; तस्वीर: कलर्स सुशांत दिवगीकर को लेकर ये अजीब सी ‘अशांति’ का माहौल क्यों है ? बिगबॉस का नया सीज़न शुरू हो चुका है. इस बार तमाम कंटेस्टेंट... Read More...
पाक-भारत

“ज़ीरो लाइन – एक पाक-भारत प्रेम कथा” – श्रृंखलाबद्ध कहानी (भाग ४/५)

गेलेक्सी हिंदी के अगस्त २०१४ के अंक में आपने पढ़ी थी हादी हुसैन की श्रृंखलाबद्ध कहानी “ज़ीरो लाइन – एक पाक-भारत प्रेम कथा” के पाँच कड़ियों की तीसरी कड़ी। प्रस्तुत ह... Read More...
संपादकीय; थीम: ‘लगाव’। तस्वीर: सचिन जैन।

संपादकीय ८ (३१ अगस्त, २०१४)

संपादकीय; थीम: ‘लगाव’। तस्वीर: सचिन जैन। इस अंक की थीम है 'लगाव'। प्रशांत जोशी 'न कुछ बातें हो, न कुछ इशारे' इस कविता में पूछते हैं: "तनहाई अकेली आई थी, या अ... Read More...
'एक अंतहीन विडम्बना': रेखाचित्र: सचिन जैन, तस्वीर: कविता गुजरिया।

एक अंतहीन विडम्बना

'एक अंतहीन विडम्बना': रेखाचित्र: सचिन जैन, तस्वीर: कविता गुजरिया। अगर हम गहन विचार करें तो हमें समलैंगिकता से ज्यादा आज की राजनीती ही अप्राकृतिक नज़र आएगी। जहा... Read More...
सागर गुप्ता, डायरेक्टर ऑफ़ प्रोग्रामिंग, 'कशिश' मुंबई अंतर्राष्ट्रीय क्वियर फिल्म फेस्टिवल

एक मुलाक़ात: सागर गुप्ता

सागर गुप्ता, डायरेक्टर ऑफ़ प्रोग्रामिंग, 'कशिश' मुंबई अंतर्राष्ट्रीय क्वियर फिल्म फेस्टिवल। सागर गुप्ता 'दरमियान' जैसी फिल्मों और 'रिश्ते', 'गुब्बारे', लेफ्ट र... Read More...

कुदरती शनाख्त – एक तस्वीरी मज़मून (भाग ३)

नफ़ीस अहमद ग़ाज़ी: तस्वीरी मज़मून ३.१ पहराव, पोशाख, और उसकी ताक़त। देखो मेरा रूप, निहारो अपनी हस्ती। हम चुंबक के ध्रुव विपरीत हैं, और उनका आपसी खिंचाव निर्विवाद।... Read More...