“आदित्य और मैं, मैं और आदित्य”; तस्वीर: बृजेश सुकुमारन
मैं आदित्य से अभिन्न हूं। हम दो शरीर एक जान हैं।
पढ़िए कहानी की पहली और दूसरी कड़ी। पेश है तीसरी कड़ी:... Read More...
कश्मीर से कन्याकुमारी तक, मुंबई से गौहाटी तक - क्वीयर सहिष्णुता ज़िंदाबाद! तस्वीर: सचिन जैन
इस अंक की थीम है सहिष्णुता।
सहिष्णुता के अनेक पहलू हैं। पहला है क... Read More...
हैलो ३७७; छाया: बृजेश सुकुमारन
हैलो ३७७. आज मुझे तुमसे कुछ बातें कहनी हैं.
मुझे ये जो ज़रूरत महसूस होती है
अचानक बेबाक कहने की-
मुझे उससे प्यार है, मुझे प्य... Read More...
यौन विज्ञान शिक्षा; छाया: बृजेश सुकुमारन
सिर्फ एलजीबीटीआई विषयों पर काम करना पर्याप्त नहीं होगा। एक समग्र दृष्टिकोण लेकर, यौन विज्ञान शिक्षा देना भी महत्त्वपू... Read More...
'ज़हन' कि श्रेया सेन, दादर स्टेशन के क़रीब; तस्वीर: मेघना मराठे
'ज़हन' नारीवादी संघटना और 'लेबिया' क्वीयर नारीवादी संघटना ने भारतीय दंड संहिता की धारा ३७७ से जुड़... Read More...
श्री श्री रविशंकर और बाबा रामदेव
२ गुरुओं की समलैंगिकता पर परस्पर-विरोधी राय।
कई सालों से अनेक हिन्दू गुरुओं और तत्त्वज्ञों ने, अलग-अलग सन्दर्भों में, समलैं... Read More...
मुनीरा और बेगम पारा, 'डेढ़ इश्क़िया' में
निर्देशक अभिषेक चौबे की फ़िल्म "डेढ़ इश्क़िया" (२०१४, भारत, उर्दू) में दो औरतें अपनी मुहब्बत को मक़ाम तक पहुँचाती हैं... Read More...
"वो हमारे गीत क्यों रोकना चाहते हैं?खामोशी तोड़ो, वक़्त आ गया!"
रविवार १५ दिसंबर २०१३ को जागतिक कोप दिवस ('ग्लोबल डे ऑफ़ रेज') मनाया गया। भारत और दुनिया के दी... Read More...
"आदित्य और मैं, मैं और आदित्य"; तस्वीर: बृजेश सुकुमारन
मैं आदित्य से अभिन्न हूं। हम दो शरीर एक जान हैं।
पढ़िए कहानी की पहली कड़ी यहाँ।
यह सुन कर सभी हंसने ल... Read More...
हम नहीं हैं अपराधी! (तस्वीर: बृजेश सुकुमारन)
नमस्कार! नए साल २०१४ के पहले दिन गैलेक्सी के हिंदी संस्करण - भारत के पहले लैंगिकता अल्पसंख्यकों के हिंदी मासिक का... Read More...
समानता का प्रस्ताव ३७७ में बदलाव (तस्वीर: बृजेश सुकुमारन)
जो बात उड़ चली वह फिरसे दफ़न नहीं होती
रविवार, १५ दिसंबर २०१३ को भारत और विश्व के व... Read More...
३७७ भारत छोडो! (तस्वीर: बृजेश सुकुमारन)
सुप्रीम कोर्ट से आये इस फैसले पर आवाजें भी उठनी शुरू हो चुकीं हैं
वो सुबह अपने आप में कई मायने में ख़ास थी। ता... Read More...