Gay

5 साल से घरवालों से दूर रहनेवाले समलैंगिक लड़के का अपनी माँ को खत

माँ पहले आप मेरे लिए रोती थी, आज मैं आपके लिए रोता हूँ। माँ मुझे आपकी बहुत बहुत याद आती हैं। आँखों से आँसू आते हैं तो थमने का नाम ही नही लेते।
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Poem : Proud of Being Me

They say am cursed, am a sinner, Yes I am, in all glamour. They say am against God, am not pious, Yes I am not, I love being inauspicious.
LGBT Pride India, Gay Pride, Punjab Gay

377 से आज़ादी के एक साल – क्या सच में कुछ बदला?

आज़ादी के एक साल पूरे हुए। अब देखना ये है कि इस एक साल में एलजीबीटी+ समुदाय का जीवन कितना सुधरा ? बेशक हम ये कह सकते हैं कि हमारे ऊपर से 'कानूनी मुजरिम' होने क... Read More...