इस अंक का विषय है 'स्वीकृति'। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
इस अंक का विषय है 'स्वीकृति'।
'एक अनुकरणीय आदर्श' में लेते हैं २ दिन पहले हुए विश्व-प्रसिद्द 'ऍपल' कंपन... Read More...
तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
इस अंक का विषय है 'क्षणभंगुरता'।
लैंगिकता समानाधिकारों के लिए लड़नेवाले, और गुजरात प्राईड के सह-सर्जक स्वागत शाह कल ही कालवश हुए। उन्ह... Read More...
संपादकीय; थीम: ‘लगाव’। तस्वीर: सचिन जैन।
इस अंक की थीम है 'लगाव'।
प्रशांत जोशी 'न कुछ बातें हो, न कुछ इशारे' इस कविता में पूछते हैं: "तनहाई अकेली आई थी, या अ... Read More...
संपादकीय; थीम: 'खोज'। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
इस अंक की थीम है 'खोज'।
धारा ३७७ के खिलाफ के संघर्ष में भी एक अभिनव तरीका ढूंढा है मुंबई के हमसफ़र ट्रस्ट ने, जि... Read More...
सीमाओं का उल्लंघन... बहादुरी या गुस्ताखी? तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
इस अंक की थीम है सीमाएँ।
मुझे बेहद ख़ुशी है गेलेक्सी हिंदी के इस अंक में पहली बार पाकिस्तान ... Read More...
'उपेक्षा नहीं, समावेश'। संपादकीय, मई १, २०१४। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
इस अंक की थीम है 'समावेश'।
रूबिक्स क्यूब। प्लास्टिक की मामूली चौकोरी। लेकिन उसकी ६ रंगो... Read More...
छलकाएं अपने असली रंग! तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
इस अंक की थीम है 'असली रंग'। वक़्त आ गया है, कि क्वीयर कम्युनिटी अपने विभिन्न रंगों से समाज को रंगने से नहीं डरे।... Read More...
'नयी राह, नया सफ़र!', तस्वीर: सचिन जैन
इस अंक की थीम है 'नयी राह'।
पुनरपराधिकरण और रिव्यु याचिका के नामंज़ूर होने के बाद इन्साफ का रास्ता अब शायद संसद से ह... Read More...
कश्मीर से कन्याकुमारी तक, मुंबई से गौहाटी तक - क्वीयर सहिष्णुता ज़िंदाबाद! तस्वीर: सचिन जैन
इस अंक की थीम है सहिष्णुता।
सहिष्णुता के अनेक पहलू हैं। पहला है क... Read More...