इस कहानी का पहला भाग आप यहाँ पढ़ें ।
दूसरा और आखरी भाग:
अपना दूसरा हाथ, सागर ने रिक्शावाले के कंधे पर रखा । रिक्शावाले के कंधे भालू जैसे बड़े और बोझल थे । सागर ... Read More...
सागर और राजेश: एक कहानी। तस्वीर: सचिन जैन।
शुक्र है दुकानों में खरीदारों की भगदड़ नहीं मची थी। सागर के चश्मे पर भांप जम गई। अभी-अभी वह ४२२ नंबर की ठंडी ए.सी. ब... Read More...