भारत में गौरव माह या गर्व मास(प्राइड मंथ) के दौरान कई कार्यक्रम और गतिविधियाँ होती हैं, जो एलजीबीटीक्यूआईए+ समुदाय द्वारा जश्न के रूप में की जाती हैं, ये एलजीबीटीक्यूआईए+ अधिकारों और मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाती हैं और दृश्यता और स्वीकृति को बढ़ावा देती हैं
दुनिया भर में गौरव माह समारोहों की विशेषता समावेशिता, विविधता और एकजुटता की भावना है, क्योंकि एलजीबीटीक्यूआईए+ व्यक्ति और सहयोगी प्रगति का जश्न मनाने, समानता की माँग करने और अधिक समावेशी और स्वीकार्य समाज की वकालत करने के लिए एक साथ आते हैं
समलैंगिकता मानव कामुकता का एक जटिल पहलू है जिसमें आकर्षण, व्यवहार और पहचान शामिल है। जो व्यक्ति समलैंगिक होते हैं, वे समान लिंग के लोगों के प्रति रोमांटिक और/या यौन रूप से आकर्षित होते हैं
"आप कुछ लड़कियों जैसी हरकतें करते हैं, वो क्या कहते हैं उनको? हाँ! गे जैसे हैं आपके हावभाव। मैं मिंटू को यहां नहीं पढ़ा सकती। ये बच्चा है अभी, और थर्ड क्लास मे... Read More...
ऐसा क्यों होता है हमारे समाज में? ऐसे बच्चे का इसके लिए क्या दोष है? उसे भी तो उसी ईश्वर ने बनाया है जिसने अन्य सभी को बनाया है, फिर वो इस उपेक्षा का शिकार क्यों? वो समस्या नहीं है किसी के लिए।
ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के साथ हिंसा करने वाले लोगों को सिसजेंडर लोगों के साथ हिंसा करने वाले लोगों से कम सज़ा देकर क्या साबित करना चाहते हैं? कि ट्रांसजेंडर समुदाय की जान का कोई मूल्य नहीं है?
आज़ादी के एक साल पूरे हुए। अब देखना ये है कि इस एक साल में एलजीबीटी+ समुदाय का जीवन कितना सुधरा ? बेशक हम ये कह सकते हैं कि हमारे ऊपर से 'कानूनी मुजरिम' होने क... Read More...