बचपन से ही लगता है कि या तो मैं पागल हूँ, या फिर मेरे आस पास जितने भी लोग है वो पागल हैं। अम्मा कहती थी थोड़ा अलग सा हूँ सबसे। बड़े हुए तो पता चला कि हम सबकी अ... Read More...
डेनियल मेंडोंका मुंबई में रहने वाले एक इंटरसेक्स व्यक्ति हैं। इंटरसेक्स व्यक्ति में जन्म से ही पुरुष और महिला दोनों के प्रजनन अंग होते हैं। इंटरसेक्स लोगों में... Read More...
रवि : "मैंने बताया होगा मेरे TCS के दोस्त वरुण के बारे में; जो मुझे बुक्स दिया करता था।" बारिश हो रही थी सो आज दोनों को एक ही ऑटो करना पड़ा था; शौर्य एक अ... Read More...
क्या राजपूत होना गुनाह है? अगर राजपूत हो तो क्या आपको “मर्द” होना ही होगा? इस से कम कुछ मंज़ूर नहीं? कुछ भी नहीं!! दुनिया के लिए वही सच है, जो उनकी आँख देखती ह... Read More...
यादें अजीब चीज़ है| हम पाँच साल तक साथ थे- हर वीकेंड पर जब मेरे पास स्थान होता था और मेरे रूम पार्टनर बाहर गए होते थे; और उसकी पत्नी यहाँ वहां होती थी| उ... Read More...
श्रुंखलाबद्ध कहानी 'वह थोड़ा अलग था' की पहली और दूसरी कड़ी पढ़ें। प्रस्तुत है कहानी की तीसरी और आखरी किश्त:
मैंने बात को न बताने के लिहाज से बात बदली, ‘‘अरे यार ... Read More...
कहानी 'वह थोडा अलग था' का पहला भाग यहाँ पढ़ें। प्रस्तुत है भाग २:
नौवीं की पढाई पूरी हुयी तो हम लोग दसवीं में आ गये। मोहन और मानसी अब भी मेरे साथ ही पढते थे। जु... Read More...
प्रस्तुत है लेखक धर्मेन्द्र राजमङ्गल की मार्मिक कथा 'वह थोडा अलग था' की पहली कडी:
उस समय की बात है जब मैं नौवीं क्लास में पढता था। मेरे दोस्तों की संख्या बहुत ... Read More...
शृंखलाबद्ध कहानी 'आधा इश्क' की पहली नौ किश्तें यहाँ पढ़ें:
भाग १| भाग २ | भाग ३ | भाग ४ | भाग ५ | भाग ६ | भाग ७ | भाग ८ | भाग ९|
प्रस्तुत है इस कथा का दसवां ... Read More...
शृंखलाबद्ध कहानी 'आधा इश्क' की पहली आठ किश्तें यहाँ पढ़ें:
भाग १| भाग २ | भाग ३ | भाग ४ | भाग ५ | भाग ६ | भाग ७ | भाग ८ |
प्रस्तुत है इस कथा का नौवां भाग:... Read More...
श्रुन्खलाबद्ध कहानी 'आधा इश्क' की पहली पाँच किश्तें यहाँ पढ़ें:
भाग १| भाग २ | भाग ३ | भाग ४ | भाग ५ | भाग ६ | भाग ७ |
प्रस्तुत है इस कथा का आठवां भाग:
आज आ... Read More...