मुझे याद है, मैं और वरुण उन सफ़ेद चादरों के नीचे परछाइयाँ बनाया करते थे, टॉर्च की रौशनी में। कुत्ता, बिल्ली जब कुछ ना बने तो भूऊऊत। उसका हसता हुआ चेहरा जिसे मै... Read More...
पापा को कैंसर था। उनके बाद गुज़रा हुआ वक़्त, अब उनके साथ गुज़ारे हुए वक़्त से ज़्यादा हो गया है। वो क्या थे? वो कैसे बात करते थे? मैं कुछ पक्के तौर पर नहीं कह सकत... Read More...
यादें अजीब चीज़ है| हम पाँच साल तक साथ थे- हर वीकेंड पर जब मेरे पास स्थान होता था और मेरे रूम पार्टनर बाहर गए होते थे; और उसकी पत्नी यहाँ वहां होती थी| उ... Read More...
We all dream of a Happy Ever After, we all want to grow old with that one person we love. But given the circumstances that we have in India, that's not the sto... Read More...
कहानी की पहली किश्त यहाँ पढ़ें।
उसका घर, घर जैसा था। फिर बातें हुई, बहुत-सी बातें, कुछ जरुरी थी, कुछ ग़ैर-जरुरी, कुछ याद हैं, बहुत-सी नहीं भी। उन बातो का सार यही... Read More...
एक सपना हर रात आता है। अँधेरा-सा कॉरिडोर है। कोने पर लिफ्ट है। गरदन झुकाये मैं चला जा रहा हूँ। आवाज़ आती है। "एक ही प्रेस करना, ज़ीरो नहीं।" कोई चेहरा नहीं। बस ... Read More...
यह एक वास्विक घटनाओ से प्रेरित परन्तु काल्पनिक कहानी है। तस्वीरें केवल प्रस्तुतीकरण हेतु हैं और उनमें दर्शाए गए लोगों का कथा से कोई संबंध नहीं है। इस कहानी की ... Read More...
कहानी 'पॉल एक गाथा की पिछली कड़ियाँ यहाँ पढ़ें:
भाग १ | भाग २ | भाग ३ | भाग ४ |
प्रस्तुत है भाग ५:
इतना सुनकर इंस्पेक्टर थोडा ठंडा पड़ गया। और डॉक्टर से कहा, ... Read More...
कहानी 'पॉल एक गाथा की पिछली कड़ियाँ यहाँ पढ़ें:
भाग १ | भाग २ | भाग ३ |
प्रस्तुत है भाग ४:
उसने बताया कि पॉल सेकंड इयर का स्टूडेंट था। कॉलेज में ही स्थित होस... Read More...
कहानी 'पॉल एक गाथा की पिछली कड़ियाँ यहाँ पढ़ें:
भाग १ | भाग २ |
प्रस्तुत है भाग ३:
उसने मेरी तरफ देखा और मुस्कराते हुए अपना हाथ मेरी तरफ बढ़ा दिया। मैंने भी उस... Read More...
कहानी 'पॉल एक गाथा' की पहली किश्त यहाँ पढ़ें। प्रस्तुत है भाग २:
डॉक्टर के आने के बाद मैं उनके पीछे-पीछे राउंड पर था। वो हर एक मरीज़ के पास रुककर उससे बात करते थ... Read More...