सम्पादकीय १ (जनवरी ०१, २०१४)
हम नहीं हैं अपराधी! (तस्वीर: बृजेश सुकुमारन)
नमस्कार! नए साल २०१४ के पहले दिन गैलेक्सी के हिंदी संस्करण - भारत के पहले लैंगिकता अल्पसंख्यकों के हिंदी मासिक का विमोचन करते हुए हमें बहुत ख़ुशी हो रही है।
भारत में समलैंगिक संबंधों के अपराधीकरण को क़ायम... Read More...