शृंखलाबद्ध कहानी ‘आदित्य’ भाग ३
“आदित्य और मैं, मैं और आदित्य”; तस्वीर: बृजेश सुकुमारन
मैं आदित्य से अभिन्न हूं। हम दो शरीर एक जान हैं।
पढ़िए कहानी की पहली और दूसरी कड़ी। पेश है तीसरी कड़ी:
जबतक हम सभी खाना खा रहे थे उसने एक बार भी मेरी तरफ नहीं देखा, हाँ वह पापा मम्मी और विजय ... Read More...