शृंखलाबद्ध कहानी ‘आदित्य’ भाग ४/५
आदित्य और मैं... मैं और आदित्य..। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।
मैं आदित्य से अभिन्न हूं। हम दो शरीर एक जान हैं।
पढ़िए कहानी की पहली, दूसरी और तीसरी कड़ी। पेश है चौथी कड़ी:
मैंने बिना भविष्य की चिन्ता किए इस प्रश्न का जवाब इस तरह से लिखा-
प्रिय आद... Read More...