‘यह जो एक बात है’ – एक कविता
- अभिजीत। "यह जो एक बात है" - एक कविता।
एक बात है होठों तक जो आई नहीं,
बस आँखों से है झाँकती,
तुमसे कभी,
मुझसे कभी,
कुछ लव्ज़ हैं वह माँगती।
जिनको पहन कर होठों तक आ जाए वो,
आवाज़ की बाहों में बाहें ड़ाल कर इठलाएँ वो,
लेकिन जो यह एक बात ... Read More...