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#BreakTheSilence : वह मेरी ज़िन्दगी का सबसे खौफनाक दिन था…

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Picture credit: Ankush Arora / QGraphy

मैं वो रात सोच कर डर जाता हूँ जब उन्होंने मेरा बलात्कार किया | एक सात साल के बच्चे के लिए यह चीज़ कितनी दर्दनाक हो सकती है यह बात आप कभी नहीं समझोगे | घर में शादी थी और सब लोग गेस्ट हाउस में थे | पूरा घर खली था और मैं घर में अकेला सो रहा था | मेरे दो चचेरे भाई, जिनकी उम्र उस वक़्त १७-१८ रही होगी, मुझे जगाने के लिए आये और कहने लगे की चलो, तुम्हारी माँ ने तुम्हे बुलाया है | मुझे ज़रा भी आभास नहीं था की मेरे साथ मेरी ज़िन्दगी का सबसे दर्दनाक हादसा होने वाला था | वो मुझे अपने कमरे में ले आये | जब मैंने उनसे पूछा की माँ कहाँ है, तो वे बोले की वो आ रहीं होंगी, और यह कहकर दरवाज़ा बंद कर दिया | मैंने उनसे कहा की दवाज़ा क्यों बंद कर दिया है? उन्होंने जवाब दिया की बिल्ली आ जाएगी (मैं बिल्ली से बहुत डरा करता था) |

वे बिस्तर पर लेट गए और मैं सोफे पे बैठ कर TV देखने लगा | वे दोनों मोबाइल पे कुछ करने लगे, और फिर उनमे से एक अपना लिंग बाहर निकाल कर हस्तमैथुन करने लगा | कुछ देर में दोनों ही हस्तमैथुन करने लगे | मैंने उनसे प्रश्न किया, “यह क्या कर रहे हो आप भैया?” तो उन्होंने जवाब दिया, “कुछ नहीं” | उन्होंने फिर TV बंद कर दी और मोबाइल में पॉर्न देखने लगे | जब मैंने उनसे मम्मी को बुलाने के लिए कहा तो उनमे से एक ने मेरा चेहरे अपने हाथों से ज़ोर से दबा दिया | मैं ज़ोर ज़ोर से अपने मम्मी पापा को आवाज़ लगा रहा था, किन्तु किसी की आवाज़ नहीं आयी | फिर उनमे से एक अपना लिंग मेरी गुदा के ऊपर रख कर रगड़ने लगा और दूसरा अपने लिंग को मेरे मुंह में दालने लगा | वो दिन मैं कभी नहीं भूलूंगा |

ऐसा वो हर २-३ दिन में करते थे | कभी चॉकलेट दिलाने के बहाने मुझे ले जाते और नीचे बाथरूम में बंद करके फिर वही सब करते | मुझे बहुत दर्द होता… खून भी निकलता… लेकिन किसी से कुछ नहीं कह पाया | मैं मम्मी से कहता की मुझे भाई के साथ नहीं जाना तो मम्मी कहती, “चले जाओ, भैया चॉकलेट दिलाएंगे |” लेकिन उनको क्या पता मुझे क्यों नहीं जाना होता था उनके साथ | सोचता था किसको बताऊँ, लेकिन जानता था सब मेरा मज़ाक ही उड़ाएंगे |

जब मैं १२ वर्ष का हुआ, मुझे उनके दोस्त अलग अलग नाम से पुकारते थे – कोई मीठा तो कोई गिला | एक खिलोने की तरह हो गया था मैं, जो चाहता, वह इस्तेमाल कर लेता था |

शर्म आती है अपने आप पर यह सोच कर की उस वक़्त मैंने उनके बारें में घर में क्यों नहीं बताया.. अफ़सोस होता है… पर हाँ, आज मैंने उनके बारें में अपनी माँ, अपनी बहन को वो सारी बातें बता डाली हैं… बड़ा सुकून मिला है दिल को |


यह कहानी गैलक्सी और How Revealing द्वारा शुरू किये गए #BreakTheSilenceअभियान का एक हिस्सा है | यदि आप क्वीर समाज का हिस्सा हैं और अपने जीवन में यौन शोषण या उत्पीड़न का शिकार हों, तो हमें अपनी आप बीती यहाँ भेजें |

चलिए मिल कर यह चुप्पी तोड़ें और इस जंग को आगे बढ़ाएं|

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