क्रॉसड्रेसर – एक कविता
कुछ काम मैंने औरतों की तरह किए
कुछ नहीं, कई
और फिर धीरे-धीरे, सारे
सबसे आखिर में जब मैं लिखने बैठा
मैंने कमर सीधी खड़ी करके
पंजों और ऐड़... Read More...
रामकुमार चेतनक्रांति का जन्म उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में हुआ. उनके दो कविता संग्रह 'शोकनाच' (2004) और 'वीरता पर विचलित' (2017) प्रकाशित हुए हैं. भारतभूषण अग्रवाल स्मृति पुरस्कार, स्पंदन (भोपाल) पुरस्कार और राजस्थान पत्रिका का वार्षिक पुरस्कार मिले हैं. फिलहाल दिल्ली में आवास और एक प्रकाशन संस्थान में नौकरी करते हैं. अनुवाद का भी शौक है. कुछ किताबें अंग्रेजी और उर्दू से अनूदित-प्रकाशित की हैं. समय-समय पर अखबारों और पत्रिकाओं में सामाजिक और साहित्यिक विषयों पर आलेख लिखते हैं.