लिहाफ़ मेरे मोहल्ले में…
'लिहाफ मेरे मोहल्ले में '| छाया: बिनीत पटेल | सौजन्य: QGraphy
हमारे घर के सामने एक छोटी-सी किताबों की दुकान/ लायब्रेरी हुआ करती थी। किताबों की छोटी-सी दुकान म... Read More...
Mumbai-based Hasina Khan has been a feminist activist for the last 25 years. Associated with the group Awaaz-e-Niswaan for many years, she is now a part of 'Bebaaq Collective'. मुंबई में रहने वाली हसीना खान पिछले २५ वर्षों से नारीवादी कार्यकर्ता रहीं हैं। आवाज़-ए-निसवां संगठन में कई वर्षों तक कार्यरत थीं। अब वह 'बेबाक़ कलेक्टिव' में शामिल हैं।