जब मैं बुर्क़ा पहनकर…
'स्क्रिप्ट्स', नं १५, दिसंबर २०१५ में प्रथम प्रकाशित। छाया: ब्रूनो गताँ /क्वीयर आजादी २००९ /तस्वीर केवल निरूपण हेतु
"जब मैं बुर्का पहनकर..."
… हॉल में दाख़ि... Read More...
अकीला को उर्दू शायरी से बहुत लगाव है – लिखना भी और पढ़ना भी। साथ ही नये मुद्दों को समझने और उनपर चर्चा के लिए जगह बनाने में उन्हें ख़ास दिलचस्पी है। इन मुद्दों पर आने वाले समय में अकिला ज़रूर फिल्म बनाना चाहेंगी।