बधाई हो !नवजात हुआ हैखुशियों का अंबार लगा हैहाय ! ये क्या हुआ ?तुम सबका चेहराअचानक मातम में क्यों बदल गया ?
हे भगवान ! ये तो किन्नर पैदा हो गयाअरे ! किसी को पता तक नहीं चलेगाइस दो घंटे के बच्चे कानामो - निशान तक नहीं दिखेगाचुपचाप दफना दो इसे एकां... Read More...
न नर हैंन नारी हैं वोलोगों के कथनानुसार -किन्नर हैं वो !
कोई कहे उन्हें छक्कातो कोई कहे बीच वालाअरे ! तुम भी कोई नाम दे दोइससे भी नीच वाला
मत रुको तुम भी !तुम तो इनसे अलग होतुम भी कुछ दूषित कह दोजो इनसे संलग्न हो
इंसानों के होते हुए भीनाच -... Read More...
भारत में गौरव माह या गर्व मास(प्राइड मंथ) के दौरान कई कार्यक्रम और गतिविधियाँ होती हैं, जो एलजीबीटीक्यूआईए+ समुदाय द्वारा जश्न के रूप में की जाती हैं, ये एलजीबीटीक्यूआईए+ अधिकारों और मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाती हैं और दृश्यता और स्वीकृति को बढ़ावा देती हैं
दुनिया भर में गौरव माह समारोहों की विशेषता समावेशिता, विविधता और एकजुटता की भावना है, क्योंकि एलजीबीटीक्यूआईए+ व्यक्ति और सहयोगी प्रगति का जश्न मनाने, समानता की माँग करने और अधिक समावेशी और स्वीकार्य समाज की वकालत करने के लिए एक साथ आते हैं
समलैंगिकता मानव कामुकता का एक जटिल पहलू है जिसमें आकर्षण, व्यवहार और पहचान शामिल है। जो व्यक्ति समलैंगिक होते हैं, वे समान लिंग के लोगों के प्रति रोमांटिक और/या यौन रूप से आकर्षित होते हैं
इस लेख का उद्देश्य समलैंगिकता की पेचीदगियों का पता लगाना, इससे जुड़े आम मिथकों को दूर करना और एलजीबीटीक्यूआईए+ व्यक्तियों के लिए अधिक समावेशिता और सम्मान की वकालत करना है।